दुनिया में आज कुछ भी करना कितना easy हो गया जो आप चाहो तुर्रन्त हो जाता है |
ऐसा ही एक अविष्कार है Mobile Phone | जाने अनजाने इसने हमारी दुनिया को इतना बदल दिया है की हम सोच भी नहीं सकते | और आज एक ऐसा समय आ गया है की दुनिया में कोई भी काम मिनटों में किया जा सकता है |
एक समय हुआ करता था जब किसी को कोई सन्देश भेजने में कई दिन लग जाया करते थे और अब ये कुछ मिनटों में भी नहीं बल्कि सेकण्ड्स में मुमकिन है | बस एक बटन दबाओ और हो गया |
Mobile Phones ने दुनिया पर अपनी छाप कुछ ऐसी छोड़ी की आज हम खाना भी ऑनलाइन ही Phone पर मंगवाते हैं |
सीधे शब्दो में काहूँ तोह यह हमारी ज़िन्दगी का एक अभिन्न अंग बन गया है |
Facebook, Whatsapp, और Google ने दुनिया में लोगो की जोड़ लिया है चाहे एक व्यक्ति किसी भी जाती, भाषा या प्रान्त का हो |
मगर क्या आप जानते हैं की दुनिया का सबसे पहला Mobile Phone कैसा दिखता था और उसके क्या फीचर्स थे| तो देखिये :-
इसके बाद से तोह जैसे विश्वभर में होड़ सी शुरू हो गयी कई नाम सामने आने लगे |
फिर एक दिन 1973 में, Martin Cooper, (a Motorola researcher, and executive) और John F. Mitchell ( Martin के Boss ) ने एक हैंडी मोबाइल हैंडसेट का प्रोटोटाइप बन लिया|
अप्रैल 3, 1973 को Martin Cooper ने कॉल किया अपनी प्रतिद्वंद्वी कंपनी Bell Labs ( जिसे Nokia के नाम से भी जाना जाता था ) के Dr. Joel S. Engel को इस बात की जानकारी दी और कहा की
ऐसा ही एक अविष्कार है Mobile Phone | जाने अनजाने इसने हमारी दुनिया को इतना बदल दिया है की हम सोच भी नहीं सकते | और आज एक ऐसा समय आ गया है की दुनिया में कोई भी काम मिनटों में किया जा सकता है |
एक समय हुआ करता था जब किसी को कोई सन्देश भेजने में कई दिन लग जाया करते थे और अब ये कुछ मिनटों में भी नहीं बल्कि सेकण्ड्स में मुमकिन है | बस एक बटन दबाओ और हो गया |
Mobile Phones ने दुनिया पर अपनी छाप कुछ ऐसी छोड़ी की आज हम खाना भी ऑनलाइन ही Phone पर मंगवाते हैं |
सीधे शब्दो में काहूँ तोह यह हमारी ज़िन्दगी का एक अभिन्न अंग बन गया है |
Facebook, Whatsapp, और Google ने दुनिया में लोगो की जोड़ लिया है चाहे एक व्यक्ति किसी भी जाती, भाषा या प्रान्त का हो |
मगर क्या आप जानते हैं की दुनिया का सबसे पहला Mobile Phone कैसा दिखता था और उसके क्या फीचर्स थे| तो देखिये :-
अविष्कार
world’s first mobile phone |
इसका नाम था Motorola DynaTAC 8000X | नाम से आप ये तोह समझ ही गए होंगे की इसे Motorola ने बनाया था | लेकिन क्या आपको पता है की इसका वजन 1.1 kg था और आपको सिर्फ ३० मिनट का Talk Time मिलता था जिसे पाने के लिए आपको इसे 6 घंटे Charge करना पड़ता | इसका मान 228.6x127x44.4mm था और कीमत की बात करें तोह लगभग 2,98,156 INR आज के हिसाब से|
बड़ी रोचक कहानी है..........
इसकी शुरुवात तोह 1900 के आरम्भ में ही हो गयी थी जब Professor Albert Jahnke and the Oakland Transcontinental Aerial Telephone and Power Company ने 1908 में वायरलेस फ़ोन बना लेने की घोषणा करदी| मगर वह एक सफल प्रयोग के रूप में सामने नहीं आ सका |इसके बाद से तोह जैसे विश्वभर में होड़ सी शुरू हो गयी कई नाम सामने आने लगे |
Martin Cooper पहले हैंडी मोबाइल हैंडसेट के प्रोटोटाइप के साथ |
फिर एक दिन 1973 में, Martin Cooper, (a Motorola researcher, and executive) और John F. Mitchell ( Martin के Boss ) ने एक हैंडी मोबाइल हैंडसेट का प्रोटोटाइप बन लिया|
अप्रैल 3, 1973 को Martin Cooper ने कॉल किया अपनी प्रतिद्वंद्वी कंपनी Bell Labs ( जिसे Nokia के नाम से भी जाना जाता था ) के Dr. Joel S. Engel को इस बात की जानकारी दी और कहा की
"क्या आप जानते हैं की यह कॉल में आपको एक Mobile Phone से कर रहा "
0 टिप्पणियाँ
बहुत धन्यवाद्
जय हिन्द